tag:blogger.com,1999:blog-3037144839326735283.post5148134707796100787..comments2024-02-09T13:59:35.591+05:30Comments on आज की ग़ज़ल : मुशायरासतपाल ख़यालhttp://www.blogger.com/profile/18211208184259327099noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-3037144839326735283.post-38452868196829770232008-11-15T12:44:00.000+05:302008-11-15T12:44:00.000+05:30Umda mushayra pesh karne ke liye shukriya.thodi sh...Umda mushayra pesh karne ke liye shukriya.thodi shokh,chand gahraai se labrez aur kuchh haquiqat se rubaroo karwati ghazalon ko padkar sukoon mila.<BR/><BR/>AneesAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3037144839326735283.post-40371433305284511202008-11-04T05:05:00.000+05:302008-11-04T05:05:00.000+05:30मुशायरे का आन्नद आ गया. इस मंच से इतनी उम्दा ग़ज़ल...मुशायरे का आन्नद आ गया. इस मंच से इतनी उम्दा ग़ज़लें मिलीं---भारत के मुशायरों की याद आ गई. ऐसे मुशायरे करते रहिये.<BR/>उत्तम शायरी हम तक पहुँचती रहे--यही कामना है...धन्यवाद!<BR/>सुधा ओम ढींगराDr. Sudha Om Dhingrahttps://www.blogger.com/profile/10916293722568766521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3037144839326735283.post-65500400598334404242008-11-01T09:53:00.000+05:302008-11-01T09:53:00.000+05:30Here is ghazal by Ahmad ali :मुशायरा – आज की ग़ज़ल...Here is ghazal by Ahmad ali :<BR/><BR/>मुशायरा – आज की ग़ज़ल.ब्लागस्पाट.काम<BR/><BR/>डा. अहमद अली बर्क़ी आज़मी<BR/><BR/> <BR/><BR/>है तर्जुमाने अहदे रवाँ आज की ग़ज़ल<BR/><BR/>है बेनेयाज़े सूदो ज़ेयाँ आज की ग़ज़ल<BR/><BR/> <BR/><BR/>है यह ब्लाग और ब्लागोँ से मुख़तलिफ<BR/><BR/>सत्पाल का है अज़मे जवाँ आज की ग़ज़ल<BR/><BR/> <BR/><BR/>बरपा किया है उसने यहाँ जो मुशायरा<BR/><BR/>उस से अयाँ है अब है कहाँ आज की ग़ज़ल<BR/><BR/> <BR/><BR/>महफ़िल मेँ उसकी जो भी हैँ शायर ग़ज़ल सरा<BR/><BR/>अज़मत का उनकी है यह निशाँ आज की ग़ज़ल<BR/><BR/> <BR/><BR/>सरवर,प्राण शर्मा, महावीर और द्विज<BR/><BR/>सबका अलग है तर्ज़े बयाँ आज की ग़ज़ल<BR/><BR/> <BR/><BR/>नीरज,पवन, ज़हीर क़ुरैशी, अमित, धिमान<BR/><BR/>है सबके फिकरो फन का निशाँ आज की ग़ज़ल<BR/><BR/> <BR/><BR/>हैँ चाँद शुक्ला,देवमणि और तूर भी<BR/><BR/>बज़मे सुख़न की रूहे रवाँ आज की ग़ज़ल<BR/><BR/> <BR/><BR/>अहमद अली भी साथ है सबके ग़ज़ल सरा<BR/><BR/>है फिकरो फन की जुए रवाँ आज की ग़ज़लसतपाल ख़यालhttps://www.blogger.com/profile/18211208184259327099noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3037144839326735283.post-20937930403003725072008-10-31T23:44:00.000+05:302008-10-31T23:44:00.000+05:30कुछ दिनों से निजी कारणों से नेट से दूर रहना पड़ा। ...कुछ दिनों से निजी कारणों से नेट से दूर रहना पड़ा। आज की ग़ज़ल पर मुशायरा देख कर आनंद आगया। एक बहुत ही सुंदर और सफल आयोजन के लिए ढेर सारी बधाईयां स्वीकारें। मैं आपका शुक्रगुज़ार हूं कि प्रतिष्ठावान शायरों के साथ मेरी रचना सम्मलित की गई जो मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है। एक बार फिर आयोजकों का आभार व्यक्त करता हूं। <BR/>महावीर शर्मा<BR/>महावीर शर्मामहावीरhttps://www.blogger.com/profile/00859697755955147456noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3037144839326735283.post-2132058729044830782008-10-31T19:49:00.000+05:302008-10-31T19:49:00.000+05:30सतपाल जीमुझे जिंदगी में इतनी खुशी कभी नसीब नहीं हु...सतपाल जी<BR/>मुझे जिंदगी में इतनी खुशी कभी नसीब नहीं हुई...आपने मुझ जैसे एक अदना से ग़ज़लगो को इतने बड़े बड़े उस्तादों के बीच खड़ा कर जो इज्जत बक्शी है उसे ज़िन्दगी भर भुला पाना नामुमकिन है...समझ नहीं आ रहा की आप का शुक्रिया कैसे अदा करूँ...हर उस्ताद का कलाम कमाल का है, मैं इस लायक नहीं की उनपर कुछ कह सकूँ...एक बार फ़िर तहे दिल से शुक्रिया.<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3037144839326735283.post-45932694821362176172008-10-30T17:47:00.000+05:302008-10-30T17:47:00.000+05:30Mushayre ke behtreen aayojan keliye aapko badhaaee...Mushayre ke behtreen aayojan ke<BR/>liye aapko badhaaee.Kaee naye<BR/>gazalkaron ke parichay ke saath-<BR/>saath unkee gazlen achchhee lagee.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3037144839326735283.post-61637488442639405302008-10-29T15:23:00.000+05:302008-10-29T15:23:00.000+05:30दीपपर्व के शुभ अवसर पर इतने अच्छे मुशायरे के आयोजन...दीपपर्व के शुभ अवसर पर इतने अच्छे मुशायरे के आयोजन के लिए लिए बधाई | इस ख़ूबसूरत सिलसिले को आगे भी जारी रखें | इसके ज़रिए पूरी दुनिया में लिखी जा रही शायरी के रंग और मिजाज़ से परिचय कराना बहुत सराहनीय कार्य है |<BR/><BR/>देवमणि पाण्डेय, मुम्बईदेवमणि पांडेय Devmani Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/09583435334580761206noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3037144839326735283.post-56242369079293877722008-10-29T11:12:00.000+05:302008-10-29T11:12:00.000+05:30मुशायरे में शिरकत बेहद लाजवाब रही!आपका और द्विज सा...मुशायरे में शिरकत बेहद लाजवाब रही!<BR/>आपका और द्विज साहब का दिल से आभार!!रंजन गोरखपुरीhttps://www.blogger.com/profile/09142022556862339626noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3037144839326735283.post-18011122385502902562008-10-28T23:32:00.000+05:302008-10-28T23:32:00.000+05:30इस मंच के माध्यम से निश्चित रूप से कुछ अच्छे शेर प...इस मंच के माध्यम से निश्चित रूप से कुछ अच्छे शेर पढ़ने को मिले.युग-विमर्शhttps://www.blogger.com/profile/05741869396605006292noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3037144839326735283.post-60536067885327043182008-10-28T17:40:00.000+05:302008-10-28T17:40:00.000+05:30वाह साहब वाह, एक से एक उम्दा गजलें एवं एक से एक मह...वाह साहब वाह, एक से एक उम्दा गजलें एवं एक से एक महारथी..आनन्द आ गया दिवाली का. बहुत जानदार और शानदार मुशायरा.<BR/><BR/>दीपावली के इस शुभ अवसर पर आप और आपके परिवार को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com