Wednesday, October 26, 2011

दिवाली की शुभकामनाएँ















आज बिखरी है हवाओं में चरागों की महक
आज रौशन है हवा चाँद-सितारों की तरह..सतपाल ख़याल

8 comments:

द्विजेन्द्र ‘द्विज’ said...

वाह! वाह वाह ! वाह!
बेहद ख़ूबसूरत शेर के लिए बधाई

सतपाल ख़याल said...

shukria sir..pranaam

Purshottam Abbi 'Azer' said...

उम्दा शेर मिसरा-ए-सानी पर नज़रें- सानी कर लें !

आज बिखरी है हवाओं में चरागों की महक
आज रौशन है जहाँ चाँद-सितारों की तरहं

www.navincchaturvedi.blogspot.com said...

दिवाली एवम नव वर्ष की शुभकामनायें

तिलक राज कपूर said...

दीपोत्‍सव की हार्दिक बधाई।
कोई उत्‍सव हो खुशियों का तो मिलकर यूँ मनायें हम,
सभी की राह हो रौशन, दिया ऐसा जलायें हम।

Purshottam Abbi 'Azer' said...

रौशन करें ये दीपक हम सबके रास्तों में
जीवन गुज़ार दें बस सच्ची मुहब्बतों में

Purshottam Abbi 'Azer' said...
This comment has been removed by the author.
Purshottam Abbi 'Azer' said...

जनाब तिलक राज जी
यदि कोई उत्सव दुखों का हो तो अवश्य अवगत करवाएं !

आपके लिए ------
खुशियाँ तमाम मिलकर आओ मनाएं हम
रौशन हो राह सबकी दीपक जलाएं हम
आज़र